9वीं से 12वीं की अर्द्धवार्षिक, 9वीं और 11वीं की वार्षिक परीक्षाएं अब राज्य में एक ही टाइम टेबल से होंगी, प्रश्न पत्र भी समान होंगे
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राज्य के स्कूलों में कक्षा 9,10,11,12 की अर्द्धवार्षिक तथा कक्षा 9वीं औ 11वीं की वार्षिक परीक्षाएं राज्य स्तर पर एक ही टाइम टेबल तथा एक समान प्रश्न पत्र से होंगी। माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने इस संबंध में सभी जिला शिक्षाधिकारियों को आदेश जारी किए हैं।
दरअसल जिला स्तर पर जिला समान परीक्षा योजना के तहत सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों में कक्षा 9 से 12 की अर्द्धवार्षिक तथा कक्षा 9 व 11 की वार्षिक परीक्षाएं एक समान प्रश्न पत्र तथा एक समान टाइम टेबल से आयोजित होती आ रही हैं। लेकिन इस शिक्षा सत्र से निदेशालय स्तर पर पूरे राज्य में
इन कक्षाओं के लिए अर्द्धवार्षिक और वार्षिक परीक्षा का एक ही पैटर्न कर दिया गया है। हालांकि यह तरीका कोविड काल में अपनाया गया था। अब इसे फिर से लागू किया गया है, जबकि इसे अपनाना चुनौतीपूर्ण हैं। राज्य में 10 वीं तथा 12 वीं की बोर्ड परीक्षाएं एक समान शुल्क लेकर एक ही टाइम टेबल से एक समान प्रश्न पत्र से करवाई जाती है, लेकिन उनके लिए बोर्ड परीक्षा केंद्रों की संख्या सीमित होती है। राज्य की सभी स्कूलों में अर्द्धवार्षिक और वार्षिक परीक्षाएं एक समान टाइम टेबल व एक समान प्रश्न पत्र से आयोजन में कई परेशानियों का सामना करना होगा। भास्कर एक्सपर्ट बता रहे इस पैटर्न से परीक्षा करवाने में आने वाली परेशानियों के लिए विभाग को क्या करना होगा।
अब तक जिला समान परीक्षा योजना के तहत जिला स्तर पर हो रही थीं परीक्षाएं
समस्याएं और समाधाान
परिधी में एक परीक्षा केंद्र निर्धारित करना होगा। • रिक्त पदों के कारण वीक्षकों की कमी दूर करने के लिए परीक्षा केंद्रों पर शिक्षक लगाने होंगे। • प्रश्न पत्रों की सुरक्षा चुनौती होगी, क्योंकि पेपर आउट होने की संभावना रहेगी। एक पेपर आउट होते ही पूरे राज्य की परीक्षाएं प्रभावित होंगी।
10 वीं 12 वीं बोर्ड परीक्षा के समान डेकोरम मेंटेन करने के लिए यह सुनिश्चित किया जावे कि अर्धवार्षिक तथा वार्षिक परीक्षा में परीक्षार्थी टेबल कुर्सी (स्टूल) पर बैठकर परीक्षा देवें। . पूरे राज्य के लिए टाइम टेबल बनाते समय सभी जिलों के स्थानीय अवकाश का अध्ययन करना होगा।
एक ही परीक्षा पैटर्न के फायदे
- • विभाग की अर्द्धवार्षिक तथा वार्षिक परीक्षाओं का महत्व बढ़ेगा।
- • परीक्षार्थियों तथा अभिभावकों की इन परीक्षाओं के प्रति सजगता बढ़ेगी।
- • परीक्षा परिणाम की गुणवत्ता में बढ़ोतरी होगी।
- • पूरे राज्य के विद्यार्थियों का परीक्षा शुल्क एक समान
- °अजमेर की 10वीं 12वीं की परीक्षाएं एक प्रश्न पत्र से एक ही टाइम टेबल से होती है। स्कूल के विद्यार्थियों को बोर्ड परीक्षा का पूर्व अभ्यास हो सकेगा।
- • समान प्रश्न पत्र से राज्य स्तरीय परीक्षा कराना चुनौती पूर्ण है, लेकिन गुणवत्ता बढ़ेगी, शिक्षकों की कमी और पेपर सुरक्षा को देखते हुए परीक्षा केंद्र बनाकर वीक्षक लगाये जाएं। महेन्द्र पाण्डे, महामंत्री, प्राथमिक एवं
- •राज्य स्तर पर एक समान प्रश्न पत्र से विद्यार्थी अंकभार, बोर्ड परीक्षाओं, पेपर पैटर्न और कठिनाई स्तर के लिए बेहतर ढंग तैयार हो सकेंगे। इसके अलावा प्रश्न पत्रों में एकरूपता भी बनी रहेगी।
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